This blog is part of task on Thinking Activity "I.A. Richards.: Reading Poems". "Reading Poems" by I. A. Richards topic which was given by professor Dr. Dilip Barad and for the reference of the task detail reading click here. Certainly, here's a unique and intriguing answers so, this blog is through out given under this topics...
- Poem's Critic
- My Point Of View
- Poet's Point Of View
# Poem:-
" विद्रोह"
केदारनाथ सिंह
आज हर मैं घुसा
तो वहां अजब दृश्य था
सुनिये- मेरे बिस्तर ने कहा-
यह रहा मेरा इस्तीफ़ा
मैं अपने कपास के भीतर
वापस जाना चाहता हूं
उधर कुर्सी और मेज़ का
एक संयुक्त मोर्चा था
दोनों तड़पकर बोले-
जी- अब बहुत हो चुका
आपको सहते-सहते
हमें बेतरह याद आ रहे हैं
हमारे पेड़
और उनके भीतर का वह
ज़िंदा द्रव
जिसकी हत्या कर दी है
आपने
उधर आलमारी में बंद
किताबें चिल्ला रही थीं
खोल दो-हमें खोल दो
हम जाना चाहती हैं अपने
बांस के जंगल
और मिलना चाहती हैं
अपने बिच्छुओं के डंक
और सांपों के चुंबन से
पर सबसे अधिक नाराज़ थी
वह शॉल
जिसे अभी कुछ दिन पहले कुल्लू से ख़रीद लाया था
बोली- साहब!
आप तो बड़े साहब निकले
मेरा दुम्बा भेड़ा मुझे कब से
पुकार रहा है
और आप हैं कि अपनी देह
की क़ैद में
लपेटे हुए हैं मुझे
उधर टी.वी. और फोन का
बुरा हाल था
ज़ोर-ज़ोर से कुछ कह रहे थे
वे
पर उनकी भाषा
मेरी समझ से परे थी
-कि तभी
नल से टपकता पानी तड़पा-
अब तो हद हो गई साहब!
अगर सुन सकें तो सुन
लीजिए
इन बूंदों की आवाज़-
कि अब हम
यानी आपके सारे के सारे
क़ैदी
आदमी की जेल से
मुक्त होना चाहते हैं
अब जा कहां रहे हैं-
मेरा दरवाज़ा कड़का
जब मैं बाहर निकल रहा था.
- Poem's critic and Questions:-
1) How Non living things can
Talk?
2) How snakes kiss the
bamboos?
2) How can things like Bed,
Cupboard, Blanket(शौल), T.V.,
Door, go back in previous life?
3) Poet mention that blanket
(शौल) told him that he has the
Celebrity identity so how can
he praise himself ?
- My point of view:-
We can't go in past life if it's good memories that we want to live again, and if it's bad memories also we can't change and erase from past life.
- Poet's point of view:-
Through this poem kedarnath Singh (poet) wants to criticize the politics and society, And he also wants to gave message through this poem that we need to be independent mind from the society and politics and if we do that then and then we can progress , live a successful life with a bright future in career in any field and we can also grow our talent through the free mind.
Thank You
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